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Career In Journalism: पत्रकारिता में करियर की संभावनाएं

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Career In Journalism: अगर आप अपनी लाइफ में कुछ अलग मुकाम हासिल करना चाहते है तो आपके लिए पत्रकारिता अथवा मास कम्युनिकेशन की फील्ड अच्छी साबित हो सकती है। आपको बता दें कि भारतीय मीडिया इंडस्ट्री हर साल 10.55% की दर से वृद्धि कर रही है जबकि पूरी दुनिया की मीडिया की ग्रोथ रेट सिर्फ 4.2% ही है। इस हिसाब से देखा जाएं तो भारत में मीडिया इंडस्ट्री का भविष्य काफी उज्जवल है। पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन की फील्ड में कोई कोर्स करके आप प्रिंट, रेडियो, वेब, एंटरटेनमेंट, जनसंपर्क आदि से जुड़कर अपना करियर संवार सकते है। अगर आप चीजों को एक अलग ही नजरिये से देखते है और आपको लेखन में खास दिलचस्पी है तो पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन की फील्ड में जाकर आप न सिर्फ अच्छा करियर बना सकते है बल्कि नाम और पैसा भी कमा सकते है। पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन की फील्ड में आने के लिए आपको इससे जुड़े कोर्स करना होगा। इस फील्ड से जुड़े कई कोर्स है जैसे बैचलर डिग्री, मास्टर डिग्री और डिप्लोमा कोर्सेस। इसके अलावा एमफिल और पीएचडी जैसे कोर्से भी इस फीलड में उपलब्ध है। तो आइये जानते है पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन की

पाक को झटका : UN ने पाकिस्तान तालिबान नेता नूर मेहसूद को वैश्विक आतंकी घोषित किया

संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के नेता मुफ्ती नूर वली महसूद को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया। संयुक्त राज्य सुरक्षा परिषद 1267 अल-कायदा प्रतिबंध समिति ने अपनी ISIL (Da'esh) और अल-कायदा प्रतिबंध सूची में महसूद का नाम भी जोड़ लिया। मुफ्ती नूर वली महसूद को संकल्प 2368 (2017) के पैराग्राफ 2 और 4 के अनुसार सूचीबद्ध किया गया था। वह अल-कायदा से जुड़ी संस्थाओं के लिए पैसे जुटाने, योजना बनाने, सुविधा या गतिविधियों में शिरकत करता था। अमेरिका ने इस घटनाक्रम का स्वागत किया है। स्टेट एससीए ने ट्वीट किया- इस समाचार का स्वागत है कि @UN ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के नेता नूर वली महसूद को अपनी ISIL और AQ प्रतिबंध सूची में जोड़ा है। पाकिस्तान में कई घातक आतंकवादी हमलों के लिए टीटीपी जिम्मेदार है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने सितंबर 2019 में नूर वली को आतंकवादी के रूप में नामित किया था।

इंडोनेशिया सरकार का दावा- यूकेलिप्टस से खत्म होता है कोरोना वायरस

जकार्ता।  पूरी दुनिया Covid-19 का इलाज खोजने के लिए संघर्ष कर रही है। इस बीच इंडोनेशिया के कृषि मंत्रालय ने दावा किया है कि उसे एक समाधान मिल गया है और वह है उसकी एक एजेंसी द्वारा विकसित किया गया यूकेलिप्टस का हार पहनना। यह बाजार में आने से पहले ही काफी तेजी से इंडोनेशिया में लोकप्रिय हो रहा है, जबकि स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस पर सवाल उठा रहे हैं। तथाकथित "एंटीवायरस हार" को कृषि मंत्रालय की स्वास्थ्य अनुसंधान और विकास एजेंसी, बालितबंगतन द्वारा विकसित किया गया है। अगले महीने से बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन किया जाएगा। मंत्री स्याहरुल यासिन लिम्पो के अनुसार, यूकेलिप्टस की एक प्रजाति का इस्तेमाल करके हार बनाया गया है, जो कोरोना वायरस को मार सकता है। उन्होंने दावा किया कि महज 15 मिनट के लिए इस नेकलेस को पहनने से कथित तौर पर 42 प्रतिशत कोरोना वायरस खत्म हो जाता है, जबकि 30 मिनट तक इसे पहनने से इसकी प्रभावशीलता दोगुनी हो जाती है। यूकेलिप्टस का हार Covid-19 को रोकने या उसके इलाज के लिए बनाए गए प्राकृतिक उत्पादों में से एक है।

बिल गेट्स ने कहा, 'भारत पूरी दुनिया के लिए कोरोना वैक्सीन का उत्पादन करने में सक्षम है'

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माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने एक बार फिर भारत की प्रशंसा की है। दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन को लेकर जारी कोरोना के प्रकोप के बीच बिल गेट्स ने कहा है कि भारत का फार्मास्यूटिकल उद्योग न केवल अपने देश के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए कोरोना वैक्सीन का उत्पादन करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना वैक्सीन को बनाने में मदद करने के लिए भारतीय फार्मा कंपनियां काफी अहम काम कर रही हैं। डिस्कवरी प्लस पर गुरुवार शाम को प्रीमियर होने वाली एक डॉक्यूमेंट्री 'COVID-19: India's War Against The Virus' में गेट्स ने कहा है कि भारत को अपने विशाल आकार और शहरों में बहुत अधिक जनसंख्या की वजह से स्वास्थ्य संकट के कारण एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। भारत के फार्मा उद्योग की ताकत पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत में इस मामले में बहुत अधिक क्षमता है। भारत के पास कई दवा और वैक्सीन कंपनियां हैं, जो पूरी दुनिया के लिए काफी विशाल आपूर्तिकर्ता हैं। हम सभी जानते हैं कि भारत में दुनिया के मुकाबले कही अधिक वैक्सीन का निर्माण किया जाता है। इसमें सीरम इंस्टीट्यूट

सचिन पायलट समेत 19 विधायकों की याचिका पर HC में बहस जारी

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से जारी अयोग्यता नोटिस के खिलाफ Sachin Pilot समेत 19 बागी विधायकों की याचिका पर आज फिर हाई कोर्ट में सुनवाई हो गई। सचिन पायलट और बागी विधायक गुरुवार को हाई कोर्ट पहुंचे थे और हाई कोर्ट की डबल बेंच में मामले की सुनवाई चल रही है। इस बीच कथित 'ऑडियो टेप कांड' पर सियासी घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से इस मामले में दो FIR दर्ज कराई गई है। राजस्थान हाईकोर्ट ने कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी को मामले में प्रतिवादी के रूप में शामिल करने की अनुमति दी है। विधानसभा स्पीकर ने दिया शाम 5 बजे तक का समय: इस बीच विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने सचिन पायलट और 18 बागी विधायकों को जवाब देने के लिए आज शाम 5 बजे तक का समय दिया है। कांग्रेस पार्टी ने पायलट समेत 19 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग उठाई थी।

टीचर बनना चाहते हैं, तो ये टिप्स आपके काम आएंगे

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युवाओं में टीचिंग प्रोफेशन को लेकर रुझान बढ़ा है. टीचिंग फील्ड में जॉब के भी बेहतरीन अवसर भी हैं. प्राइवेट स्कूल से लेकर सरकारी स्कूलों तक में जॉब के अपार ऑप्शन हैं. आप अपना कोचिंग सेंटर भी खोल सकतें हैं. लेकिन टीचर बनने के लिए किसी विषय में सिर्फ कोर्स करना ही काफी नहीं है. इसके लिए आपको कुछ विशेष परीक्षाएं भी पास करनी होंगी. यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस कक्षा के छात्र को पढ़ाना चाहते हैं और आपकी परीक्षा भी उसी आधार पर ली जाएगी. आइये देखते हैं टीचर बनने के लिए कौन-कौन सी परीक्षाएं देनी होती हैं. 1. TGT और PGT परीक्षा टीजीटी और पीजीटी परीक्षा राज्य स्तर में आयोजित की जाती है. टीजीटी परीक्षा में आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को ग्रेजुएट और बीएड होना अनिवार्य है और वही पीजीटी परीक्षा के लिए उम्मीदवार को पोस्ट ग्रेजुएट के साथ बीएड पास होना भी अनिवार्य है. यदि उम्मीदवार टीजीटी परीक्षा उत्तीर्ण कर लेता है. तो वह शिक्षक के रूप में 6th क्लास से 10th क्लास के बच्चों को पढ़ा सकता है. यदि उम्मीदवार पीजीटी परीक्षा पास कर लेता है तो वह 10th क्लास से 12th क्लास तक के बच्चों को पढ़ा सकता

स्वदेशी कोरोना वैक्सीन ZyCoV-D का इंसानों पर परीक्षण शुरू

भारतीय दवा कंपनी Zydus Cadilla ने बुधवार को बताया कि उसने एक कोरोना वैक्सीन के लिए मानव परीक्षण (Human Trials) शुरू कर दिया है। अपने मानव परीक्षणों में Zydus Cadilla 1000 से अधिक लोगों को शामिल करेगा। इसके लिए देश में कई क्लीनिकल रिसर्च सेंटर स्थापित किए गए हैं। भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर इन दिनों काफी चर्चा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले कुछ महीनों में कोविड वैक्सीन आ जाएगी। भारत की पहली कोरोना वैक्सीन कोवाक्सिन (Covaxin) के बाद अब देश की दूसरी कोरोना वैक्सीन के मानव परीक्षण (Human trials) की शुरुआत हो गई है। जायडस कैडिला (Zydus Cadilla) ने कहा कि ZYCoV-D, प्लास्मिड डीएनए वैक्सीन सुरक्षित माना गया है। इसके पहले इस कोरोना वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल में प्रतिरक्षा और इम्युनिटी टेस्ट के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। हैदाराबाद स्थित फार्मास्यूटिकल कंपनी जाइडस कैडिला हेल्‍थकेयर लिमिटेड ने भी कोविड-19 वैक्‍सीन बनाने की बात कही थी। इसके बाद ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Controller General of India, DCGI) ने Zydus Cadilla को इस वैक्‍सीन के इंसानों पर परीक्षण को मंजूरी भी दे दी