1- जिसके पास उम्मीद है, वह हार कर भी नहीं हारता – अज्ञात | 2- श्रेष्ठ होना कोई कार्य नही बल्कि यह हमारी एक आदत है जिसे हम बार बार करते है। – अरस्तु 3- विजेता बोलते हैं कि मुझे कुछ करना चाहिए, जबकि हारने वाले बोलते हैं कि कुछ होना चाहिए – शिव खेरा 4- मैं हर कदम पर हारा हूँ, पर जन्मा केवल जीत के लिए हूँ। – एमर्सन 5- बड़ा सोचो, जल्दी सोचो, आगे की सोचो क्योंकि विचारों पर किसी का एकाधिकार नहीं है – धीरुभाई अम्बानी 6- मैं कर सकता हूँ, यह विश्वाश है. केवल मैं ही कर सकता हूँ, यह अंधविश्वास है – अज्ञात Anmol Vachan in Hindi 7- बिना विश्वास के कोई काम हो ही नहीं सकता – नारायणदास 8- जब तक तुम स्वयं पर विश्वाश नहीं करते, परमात्मा में विश्वास कर ही नहीं सकते – विवेकानंद 9- मिलने पर मित्र का आदर करो, पीठ पीछे प्रशंसा करो और आवश्यकता के समय उसकी मदत करो। – जातक कथा Anmol Vachan in Hindi10- प्राण देकर भी मित्र के प्राण की रक्षा करनी चाहिए। – बाणभट्ट 11- जो काम पड़ने पर सहायक होता है, वही मित्र है – दीर्घनिकाय 12- अभागों के मित्र नहीं होते। एमर्सन Anmol Vachan in Hindi 13- मित्र को प्रकृति की उत्कृष्ट कृति माना जा सकता है –अमरसन 14- लोहे के गर्म होने का इन्तजार मत करो बल्कि अपनी तपन द्वारा इसे गर्म बनाओ यानि समय का इन्तजार मत करो बल्कि ऐसी कोशिश करो की समय आपके अनुकूल हो जाये। – विलियम बी स्प्रेग 15- किसी को अपना बनाने के लिए हमारी सारी खूबियां भी कम पड़ जाती हैं, जबकि किसी को खोने के लिए एक कमी ही काफी है – अज्ञात1- जिसके पास उम्मीद है, वह हार कर भी नहीं हारता – अज्ञात | 2- श्रेष्ठ होना कोई कार्य नही बल्कि यह हमारी एक आदत है जिसे हम बार बार करते है। – अरस्तु 3- विजेता बोलते हैं कि मुझे कुछ करना चाहिए, जबकि हारने वाले बोलते हैं कि कुछ होना चाहिए – शिव खेरा 4- मैं हर कदम पर हारा हूँ, पर जन्मा केवल जीत के लिए हूँ। – एमर्सन 5- बड़ा सोचो, जल्दी सोचो, आगे की सोचो क्योंकि विचारों पर किसी का एकाधिकार नहीं है – धीरुभाई अम्बानी 6- मैं कर सकता हूँ, यह विश्वाश है. केवल मैं ही कर सकता हूँ, यह अंधविश्वास है – अज्ञात Anmol Vachan in Hindi 7- बिना विश्वास के कोई काम हो ही नहीं सकता – नारायणदास 8- जब तक तुम स्वयं पर विश्वाश नहीं करते, परमात्मा में विश्वास कर ही नहीं सकते – विवेकानंद 9- मिलने पर मित्र का आदर करो, पीठ पीछे प्रशंसा करो और आवश्यकता के समय उसकी मदत करो। – जातक कथा Anmol Vachan in Hindi10- प्राण देकर भी मित्र के प्राण की रक्षा करनी चाहिए। – बाणभट्ट 11- जो काम पड़ने पर सहायक होता है, वही मित्र है – दीर्घनिकाय 12- अभागों के मित्र नहीं होते। एमर्सन Anmol Vachan in Hindi 13- मित्र को प्रकृति की उत्कृष्ट कृति माना जा सकता है –अमरसन 14- लोहे के गर्म होने का इन्तजार मत करो बल्कि अपनी तपन द्वारा इसे गर्म बनाओ यानि समय का इन्तजार मत करो बल्कि ऐसी कोशिश करो की समय आपके अनुकूल हो जाये। – विलियम बी स्प्रेग 15- किसी को अपना बनाने के लिए हमारी सारी खूबियां भी कम पड़ जाती हैं, जबकि किसी को खोने के लिए एक कमी ही काफी है – अज्ञात
1- जिसके पास उम्मीद है, वह हार कर भी नहीं हारता – अज्ञात |
2- श्रेष्ठ होना कोई कार्य नही बल्कि यह हमारी एक आदत है जिसे हम बार बार करते है। – अरस्तु
3- विजेता बोलते हैं कि मुझे कुछ करना चाहिए, जबकि हारने वाले बोलते हैं कि कुछ होना चाहिए – शिव खेरा
4- मैं हर कदम पर हारा हूँ, पर जन्मा केवल जीत के लिए हूँ। – एमर्सन
5- बड़ा सोचो, जल्दी सोचो, आगे की सोचो क्योंकि विचारों पर किसी का एकाधिकार नहीं है – धीरुभाई अम्बानी
6- मैं कर सकता हूँ, यह विश्वाश है. केवल मैं ही कर सकता हूँ, यह अंधविश्वास है – अज्ञात Anmol Vachan in Hindi
7- बिना विश्वास के कोई काम हो ही नहीं सकता – नारायणदास
8- जब तक तुम स्वयं पर विश्वाश नहीं करते, परमात्मा में विश्वास कर ही नहीं सकते – विवेकानंद
9- मिलने पर मित्र का आदर करो, पीठ पीछे प्रशंसा करो और आवश्यकता के समय उसकी मदत करो। – जातक कथा Anmol Vachan in Hindi10- प्राण देकर भी मित्र के प्राण की रक्षा करनी चाहिए। – बाणभट्ट
11- जो काम पड़ने पर सहायक होता है, वही मित्र है – दीर्घनिकाय
12- अभागों के मित्र नहीं होते। एमर्सन Anmol Vachan in Hindi
13- मित्र को प्रकृति की उत्कृष्ट कृति माना जा सकता है –अमरसन
14- लोहे के गर्म होने का इन्तजार मत करो बल्कि अपनी तपन द्वारा इसे गर्म बनाओ यानि समय का इन्तजार मत करो बल्कि ऐसी कोशिश करो की समय आपके अनुकूल हो जाये। – विलियम बी स्प्रेग
15- किसी को अपना बनाने के लिए हमारी सारी खूबियां भी कम पड़ जाती हैं, जबकि किसी को खोने के लिए एक कमी ही काफी है – अज्ञात
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