दुनियाभर में छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 june 2020
देश और दुनियाभर में आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मानाया जा रहा है, जिस मौके पर कई जगह कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ऐसे समय में मनाया जा रहा है, जबकि पूरी दुनिया कोरोना महामारी के खिलाफ जंग लड़ रही है। दुनियाभर में गहराते कोरोना संकट को देखते हुए योग की अहमियत और भी बढ़ गई है। यह न सिर्फ शारीरिक तंदुरुस्ती के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह उतना ही अहम है। यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी कारगर है, जो तमाम बीमारियों से लड़ने में हमें मदद देती है। इस मौके पर पीएम मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित किया। यहां जानें उनके संबोधन की प्रमुख बातें :
घर पर योग, परिवार के साथ योग' को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने इस दौरान गीता का भी जिक्र किया और कहा कि इसमें भगवान कृष्ण ने योग की व्याख्या करते हुए कहा है, 'योगः कर्मसु कौशलम्' यानी कर्म की कुशलता ही योग है। हमारे यहां कहा गया है कि सही खान-पान, सही ढंग से खेल-कूद, सोने-जागने की सही आदतें, और अपने काम, अपनी ड्यूटी को सही ढंग से करना ही योग है। उन्होंने कहा कि एक सजग नागरिक के रूप में हम परिवार और समाज के रूप में एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे। हम प्रयास करेंगे कि 'घर पर योग, परिवार के साथ योग' को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। हम जरूर सफल होंगे, हम जरूर विजयी होंगे।
हर परिस्थिति में अडिग रहने का नाम ही योग : पीएम मोदी
अपने संबोधन के दौरान स्वामी विवेकानंद की एक उक्ति का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वह कहा करते थे कि एक आदर्श व्यक्ति वो है जो नितांत निर्जन में भी क्रियाशील रहता है और अत्यधिक गतिशीलता में भी सम्पूर्ण शांति का अनुभव करता है। किसी भी व्यक्ति के लिए ये एक बहुत बड़ी क्षमता होती है। उन्होंने कहा कि योग का अर्थ ही है- 'समत्वम् योग उच्यते' यानी अनुकूलता-प्रतिकूलता, सफलता-विफलता, सुख-संकट, हर परिस्थिति में समान रहने, अडिग रहने का नाम ही योग है।
कोरोना के खिलाफ जंग में अहम है योग : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चे, बड़े, युवा, परिवार के बुजुर्ग, सभी जब एक साथ योग के माध्यम से जुडते हैं, तो पूरे घर में ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए, इस बार का योग दिवस, भावनात्मक योग का भी दिन है, हमारे पारिवारिक बॉन्डिंग भी बढ़ाने का दिन है। कोरोना संकट के दौरान योग की अहमियत बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोविड-19 वायरस खासतौर पर हमारे श्वसन तंत्र पर हमला करता है। हमारे श्वसन तंत्र को मजबूत करने में जिससे सबसे ज्यादा मदद मिलती है वह प्राणायाम है। आप प्राणायाम को रोजाना अपने अभ्यास में जरूर शामिल करें और अनुलोम-विलोम के साथ ही दूसरे प्राणायाम को भी सींखें।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस एकजुटता का दिन: पीएम मोदी
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पीएम मोदी का संबोधन शुरू हो चुका है। इस दौरान उन्होंने छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की लोगों को बधाई देते हुए कहा कि यह एकजुटता का दिन है। यह विश्व बंधुत्व के संदेश का दिन है। उन्होंने कहा कि जो हमें जोड़े, साथ लाए वही तो योग है। जो दूरियों को खत्म करे, वही तो योग है। कोरोना के इस संकट के दौरान दुनिया भर के लोगों का 'माय लाइफ, माय लाइफ' वीडियो ब्लॉगिंग कंपटीशन में हिस्सा लेना, दिखाता है कि योग के प्रति उत्साह कितना बढ़ रहा है।
छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
इस बार दुनियाभर में छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। पहली बार यह 21 जून, 2015 को मनाया गया था, जिसकी पहल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी।
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